दानपुर महोत्सव मे उमड़ा तराई भावर का जनसैलाब

- दानपुर महोत्सव मे उमड़ा तराई भावर का जनसैलाब
- पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी व नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्या ने दीप जलाकर किया कार्यक्रम का शुभारम्भ
- ढोल दमु, मसक बीन व पहाड़ी गानो पर थिरके लोग
उधमसिंहनगर/शांतिपुरी। क्षेत्र के ग्राम शांतिपुरी न०२ के सत्संग आश्रम मे दानपुर हिल्स की अगुवाई मे ग्राम शांतिपुरी न02 सत्संग आश्रम के ग्रामीणों के सहयोग से आयोजित तराई भावर मिलन का दानपुर महोत्सव कार्यक्रम मे तराई भावर के लोगो का जनसैलाब उमड़ पड़ा। सुबह 10 बजे से 6 बजे तक चले कार्यक्रम मे दानपुर की लोक गीत, संस्कृतिक कार्यक्रम राजजात यात्रा की झांकी, डोल दमु मसकबीन की धमक ने जनता को नाचने व झूमने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम का संचालन सोनू कार्की व साँची कोरंगा ने किया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व राज्यपाल महाराष्ट भगत सिंह कोश्यारी व नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्या ने रीबन काटकर व दीप जलाकर किया।
बच्चो को अपनी संस्कृति व भाषा से जोड़े रखना चाहिये: कोश्यारी
भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि हमे अपनी संस्कृति, मातृभाषा, पहनावा कभी भी नही भूलना चाहिये। कहा कि हमे तराई मे आकर बसकर कारोबार करने के साथ अपने पहाड़ को कभी नही भूलना चाहिये ओर समय समय पर अपने बच्चों के साथ पहाड़ जाकर अपने पहाड़ कि संस्कृति , भाषा से जोड़े रखना चाहिये। पहाड़ के फल, फूल, से लेकर विभिन्न उत्पादो कि वर्तमान में अच्छी कीमत है जिससे पहाड़ का पलायन को रोकने का काम किया जा रहा है।
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हमे अपनी भाषा और संस्कृति को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिये। आर्या
वही नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्या ने कहा कि हमे अपनी भाषा और संस्कृति को आगे बढ़ाने का प्रयास करना चाहिये। हमे इस तरह के पहाड़ी कल्चर, उत्पाद, वेशभूषा, भाषा को बढ़ावा देने के लिये कार्यक्रम करते रहना चाहिये। पहाड़ी संस्कृति, भाषा, और पहाड़ो की प्राकृतिक धरोहर ,फल, फुल, उत्पाद पहाड़ो से पलायन रोकने का बहुत बड़ा माध्यम बन सकता है
भगत सिंह कोश्यारी व यशपाल आर्या ने पूछी एक दूसरे की कुशल छेम
कार्यक्रम के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी व नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्या की मुलाक़ात हुई और दोनो ने एकसाथ बैठकर एक दूसरे का हाल चाल जाना। दोनो कुछ देर तक एक साथ बैठकर कार्यक्रम देखते रहे और बीच बीच में राजनीतिक चर्चा करते रहे।
कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण
दानपुर महोत्सव में देहरादून में पुरुस्कृत ढोल वादक मोहन राम व टीम द्वारा ढोल दमु (ढोल वादक) का शानदार प्रदर्शन रहा। मोहन राम व टीम ने डोल दमु , मशकबीन के साथ छोलीया नृत्य कर जनता को मंतमुग्ध कर दिया।
ये रहे लोकगायक
शांतिपुरी। दानपुर महोत्सव में लोकगायिका माया उपाध्याय, आंनद सिंह कोरंगा, कुंदन कोरंगा, बबलू कपकोटी, द वॉइस ऑफ हिल व सुरसंग्राम विजेता पंकज पांडे के साथ क्षेत्रीय गायक धन सिंह कोरंगा के साथ हिमालय जन कल्याण समिति कपकोट, गोगीना टीम, संस्कृतिक लोककला समिति रामनगर ने अपनी जबरदस्त प्रस्तुति से लोगो को झूमने पर मजबूर कर दिया।
इन्हे मिला सम्मान
अपने अपने क्षेत्र में विशेष कार्य के लिये घटाली लगाने वाले घटलिये सम्मानित हरपाल सिंह कोरंगा, उमेश सिंह मेहता , दानपुर पर किताब लिखने वाले डॉ कमल कोरंगा, शैलेन्द्र सिंह दानू, भवान सिंह कोरंगा (कीवी मैन) दीवान सिंह दानू, गौ रक्षक विक्की पाठक, अंतराष्ट्रीय व्हीलचेयर क्रिकेट खिलाडी धन सिंह कोरंगा , सुबोध कुमार, उमेश भट्ट (धिनाली ब्रांड) कूल पहाड़न (गीता कोरंगा) आदि को शॉल उढाकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में महिलाओ कि विशेष भूमिका
दानपुर महोत्सव में दर्शकों की संख्या कहो या फिर अतिथियों की आवाभगत सभी में महिलाओ की भागीदारी अग्रणी रही। शांतिपुरी सत्संग आश्रम में परम्परागत वेशभूषा में महिलाओ ने कार्यक्रम व्यवस्था से लेकर आतिथियो के स्वागत की जिम्मेदारी को बखूबी निभाकर कार्यक्रम को सफल बनाने में विशेष भूमिका निभाई।
कार्यक्रम में निभाई मुख्य भूमिका
दानपुर हिल्स के सदस्य भूपेंद्र कोरंगा, धीरज कोरंगा, शांतिपुरी सत्संग आश्रम से माँ नंदा देवी जन कल्याण ट्रस्ट सत्संग आश्रम , देवेंद्र कोरंगा, धर्मेंद्र कोरंगा, सोनू कोरंगा के साथ सभी युवाओ , महिलाओ ने अग्रणी भूमिका निभाई।
उपस्तिथ अतिथीगण
कपकोट विधायक सुरेश गाड़िया, लालकुआं विधायक मोहन सिंह बिष्ट, पूर्व विधायक कपकोट ललित फर्स्वान,पूर्व विधायक राजेश शुक्ला, प्रदेश प्रवक्त्ता डॉ गणेश उपाध्याय, प्रदेश सचिव कांग्रेस विनोद कोरंगा,ब्लॉक प्रमुख ममता जल्होत्रा,पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष नारायण बिष्ट, किसान कांग्रेस महामंत्री एड० राजेंद्र शर्मा, पूर्व सीएमओ होम्योपैथिक डॉ बी0 डी 0 जोशी, प्रधान संघ अध्यक्ष दीपा कांडपाल, ग्राम प्रधान चंद्रकला कोरंगा,पूर्व मंडी समिति चेयरमैन दिग्विजय खाती,, भाजपा नेता बिशन सिंह मेहरा, आन सिंह,राम सिंह कोरंगा, प्रेम सिंह कोरंगा, धाम सिंह कोरंगा, आदि सैकड़ो लोग मौजूद रहे।